मेरी माँ दुनिया की सबसे अच्छी माँ हैं। माँ के बिना दुनिया अधूरी सी लगती है। माँ है तो जहाँ है । जब हम सोते हैं और हमें नींद नहीं आती है, तब माँ ही लोरी गाकर सुनाती है और हम सपनों में खो जाते हैं। जब हमें धूप लगती है तो माँ का ऑंचल हमें छांव देता है और भूख हमें लगती है पर माँ को पता चल जाता है। खेल-खेल में हमें कब खाना खिला देती है, हमें पता नहीं होता। कभी पीठ पर सुलाती है तो कभी खिलौना हमारे लिए बन जाती है। जब हम बीमार पड़ते हैं तो डॉक्टर बन जाती है। जब हम खेलते हैं तो सहेली बन जाती है, माँ सबसे अच्छी सहेली होती है। जब हम पढ़ते हैं तो कहीं कुछ पता नहीं होता पर माँ हमें बता कर एक शिक्षक बन जाती है। जब हम पहला कदम चलना शुरू करते हैं तो माँ की अंगुली पकड़ कर चलते हैं। दुनिया में किसी भी चीज की जरूरत पड़तीं है तो हमें सबसे पहले माँ लाकर देती है । खुद नहीं पता उन्हें क्या चाहिए पर वह हमारा ख्याल रख हमें सब देती है । हमें कुछ भी चाहिए होता है तो उन्हें पता चल जाता है।
लेखिका -हीना गुप्ता पुत्रियों के नाम- हिमांशी गुप्ता व हिमाक्षी गुप्ता