स्मृति ललित कला एवं जन कल्याण समिति एवं चिल्ड्रंस एकेडमी के तत्वावधान में पखावज की निशुल्क कार्यशाला स्कूल के कृष्ण स्वरूप मैमोरियल सभागार में आयोजित की गई। कार्यशाला के प्रथम दिवस पर कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदा के समक्ष विधिवत दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यशाला में प्रसिद्ध पखावज कलाकार पंडित श्री ज्ञानेश्वर देशमुख (मौली महाराज), हारमोनियम वादक लोकेश पंत, प्रख्यात ध्रुपद कलाकार डाॅ॰ आस्था चोपड़ा एवं प्रदीप कुमार चोपड़ा एवं नीरज शर्मा ,अजय चौधरी की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यशाला में विद्यार्थियों को बताया गया कि पखावज भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रमुख ताल वाद्य यंत्रों में से एक है, इसका उपयोग ध्रुपद शैली के वाद्य यंत्रों के साथ किया जाता है। इस दौरान उन्होंने लय – ताल के विभिन्न पहलुओं को बच्चों को समझाया।
वहीं द्वितीय दिवस पर पखावज का कार्यक्रम संपादित हुआ। जिसमें पखावज स्वतंत्र वादन की प्रस्तुति दी गई।जिसका सभी ने आनंद लिया। समापन अवसर पर प्रतिभागी विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। पखावज कार्यशाला के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए विद्यालय के निदेशक श्रीष पाठक ने बताया कि पखावज भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं भारतीय संस्कृति की पहचान है। बच्चे इस कला से जुड़ पाए और पखावज के प्रति रुझान उत्पन्न कर अपनी प्रतिभा को निखार सकें, तथा संगीत के क्षेत्र में अपनी पहचान बना सकें।
मौके पर बच्चों को ध्रुपद संगीत की बारीकियों से अवगत कराया। इस अवसर पर पखावज विशेषज्ञ पं0रमेश चंद्र जोशी , गौरीशंकर समेत विद्यार्थियों सहित समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।
समाचार लेखक- गौरव जोशी
कक्षा-8